एक ग्राम प्रधान के पुत्र और सहयोगी की मौत सवालों के घेरे में है । राजनीतिक रंजिश के चलते हत्या के आरोप के साथ ग्राम प्रधान लगातार गुहार लगा रही है । पीड़ित परिवार का स्पष्ट कहना है कि पुलिस ने दोनों मौतों को दुर्घटना मानकर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली है । जिला मुख्यालय पर धरने से लेकर प्रदेश मुख्यालय तक अपनी बात पहुँचाने की दौड़ के बावजूद पीड़ित पक्ष रिपोर्ट लिखवाने में असफल साबित हुआ है ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार हरदोई के बेहंदर ब्लाक के बेहसार ग्राम की प्रधान रामखुशी के पुत्र विमलेश कठेरिया व उनके सहयोगी संजय को थाना कासिमपुर के सामने ही किसी गाडी ने टक्कर मार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था । ग्राम प्रधान ने बताया कि थाना सामने होने के बावजूद पुलिस ने उस गाडी का पीछा नही किया । उनके अनुसार मात्र 300 मीटर की दूरी पर स्वास्थ केंद्र होने के बावजूद डेढ़ घंटे बाद पहुँचाया गया । जहाँ पर संजय को मृत घोषित कर दिया गया । विमलेश को प्राथमिक उपचार के बाद लखनऊ ले जाने की सलाह दी गई । इस दौरान विमलेश ने भी दम तोड़ दिया ।परिजनों का स्पष्ट आरोप है कि विमलेश के इलाज़ में जानबूझ कर लापरवाही की गई है । परिजनों ने हत्या की रिपोर्ट लिखे जाने तक दोनों शवों के अंतिम संस्कार से इनकार कर दिया था । सम्बंधित अधिकारीयों के आश्वासन के बाद दाह संस्कार हो सका । परन्तु उसके बाद भी हत्या की एफआईआर दर्ज नही की गई है । पिछले दिनों जिला मुख्यालय पर कठेरिया समाज की तरफ से इसी मांग को लेकर घरना-प्रदर्शन भी किया गया । लेकिन यहाँ भी आश्वासन ही हाथ लगा ।
ग्राम प्रधान रामखुशी ने प्रदेश सरकार से न्याय की मांग करते हुए दोषियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की है । उन्होंने कहा कि राजनितिक रंजिश के चलते कुछ लोगों ने मेरे पुत्र और उसके साथी की मौत का यह षड्यंत्र रचा है । जब तक न्याय नही मिल जाता , हम संघर्ष करते रहेंगे ।